दूल्हा तू बनके दुल्हिनया लेके आईब जइब चैन से सोइ
बस बताईद मजनूआ हो अब हामार का होइ
प्यार का होला अब बुझातावे बिना मौत के ही जान जा तावे
प्रीत के भीत अब जुडातावे चाँद लौकी ना सब ढ़ापातावे
तोहरा मिली जीवन साथी बनके रहब दियाबाती
हम ज़रब रुई रुई
बस बताईद मजनूवा हो अब हामार का होइ
प्रीत पागल बा तोहसे लागल बा ताहरा नेहिया से देहिया दाग़ल बा
केतना बेरी घर से भागल बा तहरे खातिर इ अंखिया जागल बा
कृष्णा बेदर्दी दरद जब देईये देले बाड़ त दीदार का होइ
बस बताईद मजनूआ हो अब हामार का होइ