Garda Udi Aso - Lyrics

Singer: Akshara Singh

भसुर खिसिअइहे , या ससुरा नसइहे ,
छठी घाटे हमरा के रोके नाही पईहे - २
भले गारी दिहे बुढ़वा काका गरदा उड़ी असो,
खूब छोड़ल जाई बम पड़ाका गरदा उड़ी असो - २

धरती पर देख के ता स्वरग भी हिलेला
काँचहि बांस के बहँगिया जे डोलेला - २

सासु जी भी डाटे और सैया जी भी डाटे
देवरे के संघे धूम मची छठी घाटे,
भीड़ जुटी होइ कतनो भी धक्का गरदा उड़ी असो - २
खूब छोड़ल जाई बम पड़ाका गरदा उड़ी असो - २

सैया जी के पाकिट से पैसा कइनी चोरी
पांच सौ रुपैया से के किनाई छुरछुरी - २
अक्षरा के ता एह न बाटे कवनो गलती
घुंघरू के साथ लेके चलेले मतलबी ,
छठी माई के ता लहरी पताका गरदा उड़ी असो - २
खूब छोड़ल जाई बम पड़ाका गरदा उड़ी असो - २