FEMALE
म्हारा साजन जी घर आया ह
आज मंगल गाओ जी
धन धन भाग जाग्या म्हारा
सायब जी पधार्या ह
MALE
बन्नी थारो रूप निरखियो प्यारो
मे तो हार गयो दिल म्हारो।
थारो हंसणो चोखो लागे
अजी जी ललचावे म्हारो
हर दम राखु साथ मे थाने दूर कदी ना जाऊँ
प्रेम करूँ म्हारी नदिया थाने में समदर बण जाऊँ
अंतरा 1
FEMALE
थाश्यू बांधी प्रीत की डोरी
खुलबा ना देउन्ली
थाश्यू मेळ म्हारो जनम जनम रो
जनम जनम खेउन्ली
MALE
थारो भरोसो करके ही तो लियो फेसलो
थाश्यू ही मिलतो रेसी मने आगे होसलो
मे प्रेम करूँ जी चकोरि थाने
चांदडलो बण जाऊँ
बन्नी थारो रूप,,,,,,,
2ND ANTRA
FEMALE
म्हारे प्रेम ने थे जाणो जी
सायब जी सांवरिया
दूर निजर श्युं जाबां ना दीजियो
सासु रा जमणिया
MALE
अरदास करूँ दिन रात राम ने
सुणें बो म्हारी
में तो कालजीये मे राखु थाने
सजनी म्हारी
मे प्रेम करूँ जी फुलड़। थाने
भँवरो मे बन जाऊँ
बनी थारो रूप,,,,,,,