आज उनसे मुलाक़ात होगी,
जो मेरी ज़िंदगानी।
दिल से दिल का नाता नहीं है,
इश्क़ है ये रूहानी।।
सोचता हूं कैसे, कर पाऊंगा मैं ये बयां।
उसे चाहता हूं मैं बेपनाह बेपनाह।।
आज उनसे मुलाक़ात होगी,
जो मेरी ज़िंदगानी।
दिल से दिल का नाता नहीं है,
इश्क़ है ये रूहानी।।
1:-
सबसे अलग है सबसे जुदा है, मेरी प्रेम कहानी।
ना जाने किसकी दुआ से मिली ख़्वाबों की रानी।।
थोड़ी सी मासूम थोड़ी चंचल थोड़ी सयानी।
वो है मेरी रानी मैं या उसका दिलबरजानी।।
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मेरे दिल की धड़कन है तू सांसों की रवानी।
उसे चाहता हूं मैं बेपनाह बेपनाह।।
आज उनसे मुलाक़ात होगी,
जो मेरी ज़िंदगानी।
दिल से दिल का नाता नहीं है,
इश्क़ है ये रूहानी।।
2:-
रग रग में जो बसी है मेरी वो आज मिल गई है।
ख़ामोशियों को चाहतों की आवाज़ मिल गई है।।
साथ ना छूटे ये चाहे छूटे दुनिया सारी।
सौ दफ़ा कुर्बान तुझपे जान ये हमारी।।
आरज़ू तू जुस्तजू तू, तू ही है मेरा जहां।
उसे चाहता हूं मैं बेपनाह बेपनाह।।
आज उनसे मुलाक़ात होगी,
जो मेरी जिंदगानी।
दिल से दिल के नाता नहीं है,
इश्क़ है ये रूहानी।।