काहे ए सोना बोलत बाड़ू हामरा के डाटी के तू
राख देले बाड़ू हामरा कपार में दरद उपाटी के तू
त आजा ए बलम हरियाणा से x2
बाज आवेल ना आदत पुराना से
आईल हामरा भईल एक महीना
फोन प बोलावेलू घरे रोजीना
गावे रह हामरा आचर के तू छईया
कईसे चली घर कमाईब ना रूपईया
हरान बानी नन्दी के ताना से
त आजा ए बलम हरियाणा से x2