Kaahe Gail Pardeswa - Lyrics

Singer: Shilpi Raj, Sumit Singh Chandravanshi

मुखड़ा:
काहे घड़ी घड़ी फोन करअ तारु हो
फोनवे पर हमरा से लड़अ तारु हो
काहे बिखरल बाटे तोहर केसवा
घर मे मेहरिया के बिगरल बा भेसवा x2
ये पियावा हो, काहे गईल परदेशवा x2

अंतरा १:
बोलअ आईबअ की ना
हम तोहरा बिना
रोज रात भर फेरिले करवटिया हो।
जब चढ़ जानी सेज
मन खोजे नॉनवेज
बाकी रहेला उदास हमर खटिया हो।
ये रनिया हो , सुगनिया हो,
काहे रहअ तारु मन पगलइले हो।
हम आई कईसे ,बताई कईसे
तू बारु आज झूठे जिद्द धइले हो
बुझतानी तोहर का बाटे उदेशवा
आईब ना घर में हम क देहब कलेशवा
ये पियावा हो , कहे गइलअ परदेशवा

अंतरा २:
तूत रहेल ना पास ,कईसे करी बरदास।
लागे तकिया में देहिया लगड़ा लिही हो।
अगियाइल बाटे मन, अझुराईल बा बदन
दिल करअता की आजे कुछ कर लिहि हो
ढेर बोलबे ता, मुंह खोलबे ता
तोहरा के अब समझाईब ना।
हमर सुन ले तू बात , हम जोड़अ तानी हाथ
बिना पैसा के घरे अभी आईब ना
सुन चार दिन दिखइए जनी फेसवा
छने छने छछनेला जिउ हरमेशवा।
ये पियवा हो ,काहे गईल परदेस