सुहाग वाली रात में
सुहाग वाली रात में
सुहाग वाली रात में
अभी सोलह के बाटे उमिरिया,
येजी कांचे कलि बा शरीरिया। सट ना , हट ना
आज पहिला मिलनवा के दिनवा,
मना करअ ना मूड बा रंगीनवा।
पहिले रात ना सज़ा दिजिये,
पहिले रात ना सज़ा दिजिये। चुप रहिये ना।
सुहाग वाली रात में, पीया मेरे साथ में न प्यार का मज़ा लीजिये , बाक बाक
सुहाग वाली रात में, पीया मेरे साथ में न प्यार का मज़ा लीजिये। तो क्या करें।
छुआ छुई वाला आज नहीं है, अभी सेज पर आज सही है , सुनिये ना, बोलिये
हम जबरी ना करेंगे , कोरा धरेंगे और करेंगे ,
आपन मन समझा लीजिये,
आपन मन समझा लीजिये। क्या समझायें?
सुहाग वाली रात में, पीया मेरे साथ में न प्यार का मज़ा लीजिये ,
सुहाग वाली रात में, पीया मेरे साथ में न प्यार का मज़ा लीजिये।
सुहाग वाली रात में,
मन अलबेला किया जी, बड़ी डरता है जीया जी।
नहीं हमसे कन्ट्रोल होगा जी देखा जायेगा जो हो होगा जी।
अब ना हमसे बझा कीजिये , राहों में हमसे बझा कीजिये। पागले बाड़ू का ?
सुहाग वाली रात में, पीया मेरे साथ में न प्यार का मज़ा लीजिये ,
सुहाग वाली रात में, पीया मेरे साथ में न प्यार का मज़ा लीजिये।
साला बाप बियाह काहे कइले रहे , जो घरे भाग।